किया होता है जब आप शर्ट की जेब में मोबाईल रखते हैं
मोबाइल फोन आम आदमी के लिए तकनीक की सबसे बड़ी देन है क्योंकि इस तकनीक के बिना इंसान खुद को अधूरा समझता है आज की दिनचर्या का सबसे अहम हिस्सा मोबाइल है मोबाइल खासकर स्मार्ट फोन का खुमार लोगों पर इतना अधिक चढ़ गया है कि इसके बिना रहना तो अलग-सी बात हो गई है इससे खुद से दूर रखना भी लोगों को गवारा नहीं होता है इसी चक्कर में मोबाइल को हम अपनी जेब में ही रखते हैं लेकिन इससे कई तरह की तरंगे भी निकलती हैं जो दिल के साथ दिमाग के लिए भी नुकसानदेह है ऐसे में मोबाइल को शर्ट या टी-शर्ट की जेब में रखना सही है या नहीं इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको बताने जा रहे हैं मोबाइल फोन को पॉकेट में रखने के नुकसान गौर कीजिए बोस्टन यूनिवर्सिटी ने मोबाइल को शर्ट की जेब में रखने से होने वाले नुकसान पर शोध किया है इनके शोध की मानें तो मोबाइल और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में मैग्नेटिक फील्ड होता है यह कुछ मामलों में नुकसानदेह हो सकता है लेकिन इसका दिल की धड़कन पर असर नहीं पड़ता है यानी मोबाइल को शर्ट की जेब में रखने से दिल के कार्यकलाप पर असर नहीं पड़ेगा हालांकि यह त्वचा के लिए नुकसानदेह हो सकता है मोबाइल से निकलने वाला विकिरण दिल के दौरे की संभावना को भी बढ़ाता है इन विकिरण के नियमित प्रभाव से उच्च रक्तचाप की समस्या होती है और दिल कमजोर होने लगता है
2009 में एक शोध सामने आया है इसके अनुसार मोबाइल को पिछले जेब में रखने से कमर का हिस्सा कमजोर हो सकता है जेब में 15 घंटे या इससे अधिक फोन रखना नुकसानदेह है क्योंकि मोबाइल लगातार रेडिएशन छोड़ता है इसके कारण पुरुषों में इंपोटेंसी भी हो सकती है वहीं 2015 में इजरायल के एक रिसर्च ग्रुप ने दावा किया कि पिछले तीस सालों में पैरोटिड ग्लैंड में कैंसर की समस्या में भारी इजाफा हुआ है 2001 के बाद से तो ऐसे कैंसर में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है पैरोटिड ग्लैंड आपके गालों के पास होता है जहां हम फोन लगा कर घंटों बात करते हैं मोबाइल फोन के अधिक प्रयोग करने से आंखों की रोशनी कम होती है इससे नींद भी प्रभावित होती है युवाओं में अनिद्रा की शिकायत देर रात फोन के प्रयोग के कारण सामने आ रही है इसमें कीटाणु भी होते हैं जिससे संक्रमण हो सकता है इसलिए मोबाइल को शरीर के नाजुक अंगों से दूर रखने की कोशिश करें और जरूरत पड़ने पर ही इसका प्रयोग करें
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